मध्य प्रदेश में कोरोना के संक्रमण की रफ्ताप भले ही धीमी हो लेकिन अभी भी खतरा टला नहीं है. एमपी में एक बार फिर कोरोना के मरीज धीरे-धीरे बढ़ते जा रहे हैं. अभी प्रदेश की राजधानी भोपाल और धार्मिक राजधानी उज्जैन में सक्रिय मरीज मौजूद है. राहत देने वाली बात यह है कि मौत का आंकड़ा अभी रुक हुआ है. इस बीच सरकार के स्तर पर भी ढिलाई बरती जा रही है. सरकार के जांचों की संख्या बहुत कम कर दी है. वहीं लोग टीका लगवाने के लिए भी आगे नहीं आ रहे हैं.
एमपी में कहां कहां है कोरोना की मरीज
मध्य प्रदेश में कुछ दिनों पहले तक कोरोना वायरस का आंकड़ा शून्य हो गया था, लेकिन धीरे-धीरे फिर मरीजों की संख्या सामने आ रही है.भोपाल में अभी दो मरीज मौजूद हैं. दोनों ही मरीज पिछले सात दिन के अंदर सामने आए हैं. वहीं उज्जैन में एक सक्रिय मरीज मौजूद है.बताया जाता है कि विदेश से लौटने के बाद उज्जैन में रहने वाले एक व्यक्ति की तबीयत बिगड़ी.इसके बाद उसका सैंपल लिया गया.रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद एक बार फिर खलबली मच गई है.विदेशी वायरस के उज्जैन पहुंचने के बाद स्वास्थ्य अमले द्वारा लगातार एतिहात बरती जा रही है.कोविड स्पेशलिस्ट डॉक्टर एचपी सोनाने के अनुसार कोरोना पॉजिटिव मरीज की हालत खतरे से बाहर है.हालांकि मरीज के संपर्क में आए लोगों के भी सैंपल लिए गए हैं,उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है.
सैंपलिंग का प्रतिशत आया नीचे
मध्य प्रदेश में पहले 5000 के आसपास सैंपल लिए जा रहे थे, मगर जब से आंकड़ा शून्य पर पहुंचा है,तब से सैंपल के प्रतिशत में भी काफी कमी आई है.वर्तमान में पूर्व की तुलना में 10 फीसदी ही सैंपल लिए जा रहे हैं अर्थात 400 से 500 लोगों के सैंपल रोज लिए जा रहे हैं.इनकी रिपोर्ट भी नेगेटिव आ रही है.पिछले 24 घंटे में 452 लोगों के सैंपल लिए गए और सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है.
पिछले 24 घंटे में कितने लोगों को लगा टीका
मध्य प्रदेश के सभी 52 जिलों में पिछले 24 घंटे में महज 30 लोगों का वैक्सीनेशन हुआ है.स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक इन 30 लोगों में 24 अलीराजपुर के हैं जबकि अधिकांश जिलों में एक भी व्यक्ति का वैक्सीनेशन नहीं हुआ है.सरकार की ओर से लगातार प्रिकॉशन डोज लगवाने की अपील की जा रही है.अभी तक मध्य प्रदेश में 13 करोड़ से ज्यादा टीके लगाए जा चुके है.
ये भी पढ़ें