Radioactive Capsule Missing in Australia News: ऑस्ट्रेलिया में एक छोटे से रेडियोएक्टिव कैप्सूल (Radioactive Capsule) के गायब होने से हड़कंप मच गया है. पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया में हाई रेडिएशन अलर्ट जारी किया गया है. कैप्सूल एक खदान से दूसरी जगह ले जाते वक्त गायब हुआ. बताया जा रहा है कि इस कैप्सूल के कारण रेडियोधर्मी संक्रमण जनित बीमारी फैलने की आशंका है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्वास्थ्य अधिकारियों ने दावा किया है कि यह रेडियोएक्टिव कैप्सूल बेहद खतरनाक साबित हो सकता है. यह कैप्सूल आठ मिलीमीटर लंबा और छह मिलीमीटर चौड़ा है. इसमें रेडियोएक्टिव सीजियम-137 नामक पदार्थ भरा हुआ है.
कैसे और कहां खो गया रेडियोएक्टिव कैप्सूल?
रिपोर्ट्स में बताया गया है कि इस कैप्सूल का इस्तेमाल खनन के काम में होता है. खनन कार्यों में गेज के भीतर इसे इस्तेमाल किया जाता है. बताया जा रहा है कि जब इसे एक ट्रक में रखकर ले जाया जा रहा था तो धमक लगने के कारण एक बोल्ट खुल गया और रास्ते में यह कैप्सूल कहीं गिर गया.
अग्निशमन और आपातकालीन सेवा विभाग ने जानकारी दी कि सीजियम-137 से भरा हुआ एक चांदी का कैप्सूल सुदूर किम्बर्ले इलाके के न्यूमैन शहर से पर्थ के उत्तर-पूर्व उपनगरों में ले जाने के दौरान खो गया. इस कैप्सूल को पर्थ भंडारण सुविधा में पहुंचना था. न्यूमैन शहर पर्थ से करीब 1200 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में है.
12 जनवरी को किया गया था ट्रक पर लोड
रेडियोएक्टिव कैप्सूल को 12 जनवरी को साइट से ट्रक के जरिये भेजा गया था लेकिन जब इस हफ्ते तक इसका कुछ अता-पता नहीं चला तो आपातकालीन सेवाओं को चौकन्ना कर दिया गया. अब इसकी तलाश की जा रही है. बताया गया है कि कैप्सूल रियो टिंटो नामक खदान का था.
कितना खतरनाक हो सकता है कैप्सूल? स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया
पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी एंड्रयू रॉबर्टसन ने पत्रकारों को बताया कि अगर यह कैप्सूल शरीर के पास रखा जाए तो इसके प्रभाव से त्वचा लाल हो सकती है और विकिरण से जलन हो सकती है. उन्होंने यह भी कहा कि कैप्सूल के रेडिएशन से गंभीर नुकसान हो सकता है. इसके हानिकारक प्रभावों में शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को नुकसान पहुंचना भी शामिल है.
An image of the capsule is below – pic.twitter.com/pbbtfZWEN9
— Chief Health Officer, Western Australia (@CHO_WAHealth) January 27, 2023
स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि चिंता इस बात की है कि कहीं कोई व्यक्ति इसे न उठा ले. ऐसा होने पर उसे जानकारी नहीं होगी कि यह कितना खतरनाक साबित हो सकता है. एक अधिकारी ने मीडिया से कहा कि आबादी वाले इलाकों को प्राथमिकता में रखकर इस कैप्सूल को खोजा जा रहा है.