Bharat Jodo Yatra News: कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने रविवार को विपक्ष की एकजुटता को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों को समझना चाहिए कि बीजेपी का राष्ट्रीय स्तर पर एकमात्र विकल्प कांग्रेस है. यह नामुमकिन है कि विपक्षी एकता के नाम पर कांग्रेस अगले लोकसभा चुनाव में सिर्फ 200 सीट पर लड़े.
जयराम रमेश ने कहा कि विपक्ष की एकजुटता का मतलब ‘कुछ लेना और कुछ देना’ है और अब वो जमाना चला गया, जब कांग्रेस विपक्षी दलों को सिर्फ दिया करती थी. उनके इस बयान का इस मायने में महत्व है कि हाल के दिनों में विपक्ष के बड़े नेता आमंत्रण के बावजूद ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से दूर रहे. बता दें कि समाजवादी पार्टी प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव समेत कुछ नेता तीसरे मोर्चे की पैरवी करते नजर आ रहे हैं.
हमारा मकसद विपक्षी एकता नहीं
‘पीटीआई-भाषा’ को दिए गए इंटरव्यू में जयराम रमेश ने कहा कि यात्रा का मकसद कभी भी विपक्षी एकता नहीं था. यह (विपक्षी एकता) यात्रा का नतीजा हो सकती है. हमने यह नहीं सोचा कि विपक्ष में एकजुटता लाने के लिए ‘भारत जोड़ो यात्रा’ निकालें. कांग्रेस नेता ने कहा कि हमारा मकसद संगठन को मजबूत करना है, कांग्रेस पार्टी में एक नई जान फूंकनी है, इसके लिए यात्रा निकाली गई. कई राजनीतिक दलों को निमत्रंण दिया, कुछ आए, कुछ नहीं आए.
रमेश ने इस बात पर जोर दिया कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से जो परिवर्तन पार्टी में आया है, जो परिवर्तन राहुल जी की छवि में आया है, जो नई जान संगठन में आई है, उसका एक नतीजा विपक्षी एकता हो सकता है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम रचनात्मक विपक्षी एकता चाहते हैं.
फिलहाल भारत जोड़ो यात्रा पर फोकस
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि मैं फिलहाल सिर्फ ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के बारे में सोच रहा हूं. मैं मानता हूं कि अगर कांग्रेस अपने आप को मजबूत नहीं कर सकती तो विपक्षी एकता एक ख्वाब रहेगा. विपक्षी एकता का यह मतलब नहीं है कि कांग्रेस पार्टी सिर्फ 200 सीट पर लोकसभा चुनाव लड़े. यह नामुमकिन है. विपक्ष की पार्टियों को भी समझना चाहिए कि भाजपा का एकमात्र राष्ट्रीय विकल्प कांग्रेस है.
यात्रा के असर को लेकर उन्होंने कहा कि हम जिन राज्यों से गुजरे हैं, जहां नहीं भी गुजरे हैं वहां भी एक नई उमंग और नया जोश देखने को मिल रहा है और यह महसूस भी हो रहा है. उन्होंने आगे कहा कि भारत जोड़ो यात्रा से कांग्रेस को संजीवनी मिली है.
राहुल गांधी की छवि में क्रांतिकारी बदलाव आया
रमेश ने यह भी कहा कि इस यात्रा के बाद राहुल गांधी की छवि में ‘क्रांतिकारी बदलाव’ आया है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से उनकी छवि भाजपा के सोशल मीडिया के लोगों द्वारा बिगाड़ी गई थी, वो बात अब इतिहास हो गई है. आलोचना किसी भी हो सकती है, लेकिन अब वो लोग व्यक्तिगत तौर पर राहुल जी के बारे में कुछ नहीं कह सकते हैं.