Earthquake In Delhi-NCR Late Night Tuesday

Earthquake in Delhi-NCR: दिल्ली-एनसीआर में बुधवार तड़के करीब 2 बजे भूकंप के तेज झटके लगे. इससे लोगों में दहशत का माहौल बन गया. भूकंप के झटके करीब 1 मिनट तक रुक-रुककर लगते रहे. दिल्ली के अलावा नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद के भी कुछ एरिया में लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए. हालांकि इसमें किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.3 दर्ज की गई, जबकि इसकी गहराई जमीन से 10 किमी नीचे थी.

नेपाल में मणिपुर था भूकंप का केंद्र

नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक इस भूकंप का केंद्र नेपाल, मणिपुर था. वहां भूकंप के झटके तड़के करीब 1 बजकर 57 मिनट पर महसूस किए गए. जिस वक्त भूकंप के झटके दिल्ली-एनसीआर में लगे उस वक्त अधिकतर लोग सोए हुए थे. जिन्हें पता लगा वो फौरन घरों से बाहर निकल गए.

एक घंटे पहले यूपी के कई जिलों में लगे थे झटके

बता दें कि दिल्ली एनसीआर में 2 बजे आए भूकंप से पहले यूपी की राजधानी लखनऊ समेत कई और जिलों में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 4.9 मापी गई थी. इसका केंद्र उत्तराखंड में भारत-नेपाल सीमा पर बताया गया था. भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर नीचे बताई गई थी. इन दोनों झटकों से पहले मंगलवार को 4.4 की तीव्रता का एक और भूकंप का झटका नॉर्थ इंडिया के कुछ शहरों में लोगों ने महसूस किया था. यह भूकंप सुबह 11 बजकर 57 मिनट पर महसूस किया गया था. इसका केंद्र चम्फाई, मिजोरम था.

भूकंप आए तो इन बातों का रखें ध्यान

भूकंप के दौरान आपका सुरक्षित स्थान पर रहना बहुत जरूरी है. भूकंप से इमरातों और घरों के गिरने का खतरा रहता है. भूकंप से जितनी भी मौतें होती हैं वो बिल्डिंग के मलबे में दबकर ही होती हैं. ऐसे में जरूरी है कि भूकंप के दौरान आप सेफ जगह पर रहें. भूकंप के दौरान आपको इन बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए.

यदि घर के अंदर हैं तो

  • यदि आप भूकंप के दौरान घर के अंदर हैं तो जमीन पर झुक जाएं. किसी मजबूत मेज या फर्नीचर के किसी हिस्से के नीचे जाकर बैठ जाएं. अगर घर में कोई मेज या डेस्क नहीं है तो चेहरे और सिर को अपने बाजुओं से ढक लें और बिल्डिंग के किसी कोने में झुक कर बैठ जाएं.
  • किसी इंटरनल गेट के लेंटर, किसी कमरे के कोने में, किसी मेज या पलंग के नीचे शरण लें.
  • भूकंप के दौरान शीशे, खिड़कियों, दरवाजों और दीवारों से दूर रहें. गिरने वाली चीजों के आसपास न रहें.

यदि आप घर के बाहर हैं

  • यदि आप घर के बाहर हैं तो जहां हैं वहीं रुक जाएं. बिल्डिंग, पेड़ों, स्ट्रीट लाइटों और बिजली/टेलीफोन आदि के खंभों और तारों से दूर रहें.
  • यदि आप किसी खुली जगह पर हैं तो वहां तब तक रुके रहें जब तक कि भूकंप के झटके न रुक जाएं.
  • बेहतर है कि खुले मैदान में जाकर खड़े हों.

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By jaghit