Hathras Satsang Stampede: हाथरस में सत्संग के दौरान हुई 121 लोगों की मौत को लेकर विपक्षी नेता लगातार योगी सरकार पर सवाल उठा रहे हैं. इसी बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने घटना को लेकर प्रशासन पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि अनुमति से तीन गुना ज्यादा भीड़, जो दुखद घटना घटी उसका जिम्मेदार कौन है?
दरअसल, मंगलवार (2, जुलाई) को हाथरस के सिकंदराराऊ में भोले बाबा के सत्संग का आयोजन किया गया था. इस दौरान जैसे बाबा सत्संग खत्म करने के निकले तो वहां अचानक भगदड़ मच गई, जिसमें 100 से अधिक लोगों की जान चली गई.
प्रियंका गांधी ने योगी सरकार से पूछा सवाल
हालांकि, अब इस घटना को लेकर प्रियंका गांधी वाड्रा ने सरकार से कई सवाल पूछे हैं. उन्होंने एक्स अकाउंट पर पोस्ट करते हुए पूछा, ”अनुमति से तीन गुना ज्यादा भीड़, मौके पर प्रशासन नहीं, भीड़ मैनेजमेंट का इंतजाम नहीं, भीषण गर्मी से बचने का कोई उपाय नहीं, कोई मेडिकल टीम नहीं, घटना के बाद एंबुलेंस नहीं, मदद के लिए फोर्स नहीं, अस्पताल में डॉक्टर और सुविधाएं नहीं. लापरवाहियों की इतनी लंबी लिस्ट, लेकिन किसी की कोई जवाबदेही नहीं. हाथरस में जो दुखद घटना घटी, उसका जिम्मेदार कौन है.”
अनुमति से तीन गुना ज्यादा भीड़, मौके पर प्रशासन नहीं, भीड़ मैनेजमेंट का इंतजाम नहीं, भीषण गर्मी से बचने का कोई उपाय नहीं, कोई मेडिकल टीम नहीं, घटना के बाद एंबुलेंस नहीं, मदद के लिए फोर्स नहीं, अस्पताल में डॉक्टर और सुविधाएं नहीं… लापरवाहियों की इतनी लंबी लिस्ट लेकिन किसी की…
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 3, 2024
हादसों को रोकने के लिए काम करे सरकार- प्रियंका
प्रियंका गांधी ने आगे कहा कि कभी पुल गिरने से, कभी ट्रेन एक्सीडेंट से, कभी भगदड़ से सैकड़ों मौतें होती हैं. लीपापोती करने की बजाए सरकार का दायित्व होता है कि कार्रवाई करे और ऐसे हादसों को रोकने की योजना तैयार करे. मगर जवाबदेही तय होती नहीं है और ऐसे हादसे होते रहते हैं. यह बहुत दुखद स्थिति है.
हाथरस हादसे की न्यायिक जांच कराएगी सरकार
इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस में एक सत्संग में हुई भगदड़ की घटना की न्यायिक जांच कराने का निर्णय लिया है. मुख्यमंत्री ने बुधवार को हाथरस में संवाददाता सम्मेलन में इसकी जानकारी दी. उन्होंने घटना में साजिश की तरफ इशारा करते हुए कहा, ‘‘यह हादसा था या कोई साजिश और अगर साजिश थी तो इसमें किसका हाथ है. इन सभी पहलुओं को जानने के लिए हम न्यायिक जांच भी कराएंगे जो उच्च न्यायालय के सेवानिवृत न्यायाधीश की अध्यक्षता में की जाएगी.”
यह भी पढ़ें- हाथरस भगदड़: लाशों की पहचान का काम जारी, जानिए-13 पॉइंट्स में सत्संग के मृत्युलोक की पूरी दास्तां