Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बीजेपी की 195 उम्मीदवारों की पहली सूची में 33 मौजूदा सांसदों को जगह नहीं मिली है. टिकट न पाने वाले इन सांसदों में कुछ ऐसे नाम शामिल हैं, जिन्होंने कथित तौर पर अपनी हेट स्पीच के कारण सुर्खियां बनाईं. इन फायरब्रांड नेताओं में प्रज्ञा सिंह ठाकुर, परवेश साहिब सिंह वर्मा और रमेश बिधूड़ी शामिल हैं.
ये तीनों नेता संसद के भीतर और बाहर अपनी विवादित टिप्पियों के लिए सुर्खियों में रहे हैं. माना जा रहा है कि उन्हें टिकट न दिए जाने के बीजेपी के कदम से यह संदेश जाता है कि पार्टी चुनाव से पहले कोई जोखिम नहीं लेना चाहती है, जिसमें उसे (‘इंडिया’ गठबंधन के रूप में) संयुक्त विपक्ष का सामना करना पड़ेगा.
प्रज्ञा ठाकुर
मध्य प्रदेश के भोपाल से प्रज्ञा ठाकुर की जगह आलोक शर्मा को उम्मीदवार बनाया गया है. प्रज्ञा ठाकुर अक्सर विवादों में नजर आती रही हैं, लेकिन जिस विवाद ने उन्हें सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया वो उनका बयान है, जिसमें उन्होंने जिसमें उन्होंने महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे को देशभक्त कहा था. प्रज्ञा ठाकुर की इस बयान पर पीएम मोदी ने कहा था कि वो उन्हें मन से माफ नहीं कर पाएंगे.
एक निजी न्यूज चैनल के साथ बातचीत में पीएम मोदी ने प्रज्ञा ठाकुरे के बयान से जुड़े सवाल पर कहा था, ”गांधी जी या गोडसे के बारे में जो भी बातें कही गई हैं, चाहे इस प्रकार के जो भी बयान दिए गए हैं, ये भयंकर खराब है, हर प्रकार से घृणा के लायक है, आलोचना के लायक है, सभ्य समाज के अंदर इस प्रकार की भाषा नहीं चलती है, इस प्रकार की सोच नहीं चल सकती. इसलिए ऐसा करने वालों को सौ बार आगे सोचना पड़ेगा, दूसरा- उन्होंने माफी मांग ली, अलग बात है लेकिन मैं अपने मन से माफ नहीं कर पाऊंगा.”
परवेश साहिब सिंह वर्मा
पश्चिमी दिल्ली के सांसद परवेश साहिब सिंह वर्मा को इस बार बीजेपी ने टिकट नहीं दिया है. इस सीट से पार्टी इस बार कलमजीत सहरावत को चुनाव लड़ा रही है. परवेश वर्मा दो बार के सांसद और दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं. परवेश शर्मा भी विवादित टिप्पियों के कारण सुर्खियों में रहे हैं. 2020 के दिल्ली चुनाव से पहले शाहीनबाग विरोध प्रर्दशन कहा था कि अगर बीजेपी सत्ता में आई तो एक घंटे में प्रदर्शनकारियों को हटा दिया जाएगा. वहीं, 2022 में एक सभा के दौरान उन्होंने मुस्लिम समुदाय के सावर्जनिक बहिष्कार की अपील की थी.
रमेश बिधूड़ी
बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी का भी टिकट दक्षिणी दिल्ली से काटा गया है. उनकी जगह बीजेपी ने रामवीर बिधूड़ी को इस सीट से उम्मीदवार बनाया है. पिछले साल सितंबर में मानसून सत्र के दौरान संसद में रमेश बिधूड़ी और बीएसपी सांसद दानिश अली के बीच तीखी बहस हुई थी. उसी दौरान रमेश बिधूड़ी ने सदन में ही दानिश अली के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल कर दिया था, जिस पर काफी हंगामा हुआ. रमेश बिधूड़ी ने बाद में माफी भी मांगी लेकिन बीजेपी की पहली सूची में उनका नाम नहीं है.
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