वह दरार जो पहले ढह गई थी:
महाबलेश्वर, सतारा, कास, बामनोली इलाकों में भारी बारिश हो रही है और भूस्खलन का दौर शुरू हो गया है. सड़क पर छोटी-बड़ी चट्टानें गिरने से जगह-जगह यातायात बंद हो गया है। आज यवतेश्वर घाट ढहने से कास और सतारा जाने वाला ट्रैफिक रोक दिया गया. सड़क पर बड़े-बड़े पत्थर होने के कारण दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गयी.
सतार से यवतेश्वर, सांबरवाडी, पिलानी, घाटजई और कास घर जाने वाले नागरिकों की काफी भीड़ थी. साथ ही, कास से सतारा आ रहे पर्यटकों की कारें घाट में फंस जाने के कारण उन्हें देर रात तक घाट पर ही रास्ता साफ होने तक इंतजार करना पड़ा। सतारा तालुका पुलिस और शिवेंद्रराजे ट्रेकर्स की एक टीम तुरंत मौके पर पहुंची और सड़क से पत्थरों को हटाया।
यवतेश्वर घाट में हाल ही में एक सुरक्षात्मक दीवार का निर्माण किया गया था। लेकिन, पहली ही बारिश में सुरक्षा दीवार की दीवार ढह गयी, जिससे घाट के नागरिकों की सुरक्षा की समस्या उत्पन्न हो गयी. अपील की गई कि रात में कोई भी यवतेश्वर घाट से यात्रा न करें क्योंकि खड्ड टूट रही है। जिला प्रशासन और सतारा पुलिस द्वारा यवतेश्वर घाट की तलहटी में रहने वाले गांव के निवासियों से भी सतर्क रहने की अपील की गई है.